5 EASY FACTS ABOUT SHIV CHALISA LYRICS IN GUJARATI DESCRIBED

5 Easy Facts About shiv chalisa lyrics in gujarati Described

5 Easy Facts About shiv chalisa lyrics in gujarati Described

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काशी में विश्वनाथ विराजत नन्दी ब्रह्मचारी ।

दानिन महँ तुम सम कोउ नाहीं। सेवक स्तुति करत सदाहीं॥

कार्तिक श्याम और गणराऊ । या छवि को कहि जात न काऊ ॥

किया तपहिं भागीरथ भारी। पुरब प्रतिज्ञा तासु पुरारी॥

नमो नमो जय नमो शिवाय। सुर ब्रह्मादिक पार न पाय॥

श्रीगुरु चरन सरोज रज, निजमन मुकुरु सुधारि। बरनउं रघुबर बिमल जसु, जो दायक फल चारि।।

कीन्ह दया तहँ करी सहाई। check here नीलकण्ठ तब नाम कहाई॥

कहे अयोध्या आस तुम्हारी। जानि सकल दुःख हरहु हमारी॥

जय हनुमान ज्ञान गुन सागर। जय कपीस तिहुं लोक उजागर।।

जय जय जय अनन्त अविनाशी। करत कृपा सब के घटवासी॥

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हनुमान चालीसा लिरिक्स

श्रावण मास विशेष : शिव बिल्वाष्टकम् का पाठ,देगा मनचाहा लाभ

कपालं त्रिशूलं कराभ्यां दधानं पदाम्भोजनम्राय कामं ददानम् ।

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