5 Easy Facts About shiv chalisa lyrics in gujarati Described
काशी में विश्वनाथ विराजत नन्दी ब्रह्मचारी ।दानिन महँ तुम सम कोउ नाहीं। सेवक स्तुति करत सदाहीं॥कार्तिक श्याम और गणराऊ । या छवि को कहि
काशी में विश्वनाथ विराजत नन्दी ब्रह्मचारी ।दानिन महँ तुम सम कोउ नाहीं। सेवक स्तुति करत सदाहीं॥कार्तिक श्याम और गणराऊ । या छवि को कहि